इंद्री में मनरेगा मजदूरों ने जमकर काटा बवाल

इंद्री हलके के गांव शेखपुरा बांगर में मनरेगा मजदूरों ने मजदूरी कम  मिलने व उनका शोषण करने के आरोप लगा कर के पहले गांव में की नारेबाजी उसके बाद इन्द्री  के बीडीपीओ कार्यालय पर पहुंचकर जमकर के काटा बवाल|  इन मजदूर का सीधा आरोप है कि उन्हें काम के बदले कम मजदूरी दी गई है|  वहीं पर मनरेगा मजदूरी करने वाले मजदूरों के ऊपर लगाई गई मेट भी उनका शोषण कर रही है।

||Delhi||Nancy Kaushik||इंद्री हलके के गांव शेखपुरा बांगर में मनरेगा मजदूरों ने मजदूरी कम  मिलने व उनका शोषण करने के आरोप लगा कर के पहले गांव में की नारेबाजी उसके बाद इन्द्री  के बीडीपीओ कार्यालय पर पहुंचकर जमकर के काटा बवाल|  इन मजदूर का सीधा आरोप है कि उन्हें काम के बदले कम मजदूरी दी गई है|  वहीं पर मनरेगा मजदूरी करने वाले मजदूरों के ऊपर लगाई गई मेट भी उनका शोषण कर रही है।


मजदूरों का कहना है कि वह पिछले काफी दिनों से  गांव शेखपुरा बांगर में जोहड़ में खुदाई  काम कर रहे हैं|  लेकिन उन्हें मजदूरी लगभग 357  बताई गई थी, लेकिन उन्हें मात्र117 रूपये  ही दिए गए हैं|  जो कि सरासर गलत है उन्होंने कहा कि जो काम उनको  दिया गया था|  उस काम को उन्होंने बखूबी से निभाया है लेकिन मनरेगा मेट   परमजीत ने फर्जी मजदूरों को मस्टररोल में चढ़ा करके उनके पैसे भी हड़प लिए हैं और हमें भी मजदूरी के पैसे बहुत कम दिए गए हैं।


जब इस बारे में मनरेगा मजदुर मेट से उन्होंने बात की तो वह उनको उनके साथ अभद्र व्यवहार किया तथा काम के दौरान भी मेट  परमजीत का व्यवहार ठीक नहीं था|  जिसकी वजह से सभी मजदूर परेशान थे बीडीपीओ ऑफिस में पहुंचे मजदूरों ने मनरेगा के जेई के सामने भी अपनी बात रखी और जमकर के बवाल काटा|  उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत वह उच्च अधिकारियों को करेंगे।


मनरेगा मेट परमजीत का कहना है कि उन पर जो आरोप लगाए गए हैं वह बेबुनियाद है  जो काम को  मनरेगा मजदूरों को दिया गया था उन्होंने वह काम सही ढंग से नहीं किया| जिन्होंने  जितना काम किया है उतनी ही मजदूरी उनकी मिली है | जिन मजदूरों ने वहां पर काम किया  है उन सभी का रिकॉर्ड उनके पास है यह मजदूर  बिना वजह इनको परेशान करने का काम कर रहे हैं|  मनरेगा के जेई  सतीश कुमार का कहना है कि  जहां पर काम चलता है वहां जाकर के निरीक्षण करते हैं और जितना भी उन्होंने काम किया है उसी हिसाब से मस्टररोल बनाया गया है और जितने भी मजदूरी बनती है उसका पैसा दे दिया गया है | यदि  मेट  के ऊपर आरोप लगा रहे हैं तो क्या लिखित में शिकायत करने के बाद जांच की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।